जखोली (प्रदीप रावत ‘रवांल्टा’ ) : यह कहानी नहीं हकीकत है। कक्षा 6 में पढ़ने वाले जखोली ब्लॉक के एकलिंग बुढ़ना गांव के साहसी और बहादुर अनीश की। उसका सामना गुलदार से हुआ। वही, गुलदार जो लोगों की जान का दुश्मन बना हुआ है। इस बार भी वो इसी फिराक में था। उसे आसान शिकार नजर आया, लेकिन जब उसका सामना अनीश से हुआ तो कहानी पलट गई। अनीश का वीडियो शिक्षक गिरीश बडोनी ने अपनी फेसबुक वॉल पर शेयर किया है।
अनीश का गुलदार से आमना-सामना
कक्षा 6 में पढ़ने वाले अनीश के सामने जब गुलदार आया तो वह बिल्कुल भी घबराया नहीं और एकदम शेर की तरह गुलदार के सामने डटकर मुकाबले के लिए खड़ा हो गया। यह घटना उस वक्त का है जब अनीश 31 जुलाई को सुबह करीब 7 बजे स्कूल जा रहा था।
गुलदार के हमले में घायल
जैसे ही गुलदार ने उसपर हमला किया अनीश ने भी बिना डरे अपने हाथों से गुलदार को धक्का मार दिया। इस हमले में अनीश के हाथों के अलावा शरीर के कई जगहों पर चोटे आई हैं। लेकिन, जब अनीश शिक्षक गिरीश गिरीश बडोनी को अपनी कहानी बता रहा था, तो उसके चेहरे पर जरा भी सिकन नजर नहीं आ रही थी।
गुलदार से एक पल के लिए भी नहीं
उसकी बातों में साफ झलक रहा था कि वह गुलदार से एक पल के लिए भी नहीं डरा था। बल्कि उसने जब पहली बार गुलदार को देखा तो, उसे लगा कि वह कुत्ता है। लेकिन, जब बाद में पता चला कि गुलदार कुत्ते के पीछे वहां तक पहुंच गया था और फिर उसने अचानक अनीश पर ही हमला कर दिया।
पहाड़ जैसा हौसला
अनीश पर जैसे ही गुलदार ने हमला किया, उसने भी उस पर पलटवार कर दिया। कुछ वक्त के लिए गुलदार के साथ हुई अनीश की इस भिड़ंत ने साबित कर दिया कि वह पहाड़ का वह बच्चा है, जिसका हौसला पहाड़ जैसा ही है।
अच्छे-अच्छों के होश फाख्ता हो जाते हैं
कक्षा 6 में पढ़ने वाले अनीश की कहानी शब्दों में जितनी सरल लगती है। असल में उतनी सरल है नहीं। जब गुलदार सामने आता है तो अच्छे-अच्छों के होश फाख्ता हो जाते हैं। उत्तराखंड में गुलदार जिस तरह से लोगों के घर और आंगन में आकर हमला करने लगे हैं। यह स्थिति बिल्कुल भी आसान नहीं है।
गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत
सरकार को इस पर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है। वरना जिस रफ्तार से पहाड़ में पहाड़ जैसी समस्याओं के चलते लोग पहाड़ छोड़कर मैदान में आकर बस रहे हैं, उसकी रफ्तार और तेजी पकड़ सकती है।
गरीब परिवार से हैं साहसी अनीश
अनीश ने कक्षा पांच तक की पढ़ाई राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय बुढ़ना में की। वर्तमान में वह राजकीय अटल आदर्श इंटर कॉलेज बुढ़ना में कक्षा 6 में पढ़ता है। अनीश बहुत ही गरीब परिवार से हैं। पिता का भी दो साल पहले निधन हो चुका है।
हाल-चाल जानने पहुंचे शिक्षक गिरीश बडोनी
अनीश को कक्षा पांच तक पढ़ाने वाले उनके शिक्षक गिरीश बडोनी को जब इस बात की सूचना मिली तो आज स्कूल में छुट्टी होने का मौका पाकर उसका हाल-चाल जानने पहुंच गए। शिक्षक गिरीश बडोनी रचनात्मक कार्यों के जरिए छात्रों की प्रतिभा को निखारने का काम करते रहते हैं।
प्रतिभाओं को निखारने में जुटे रहते हैं
वह अक्सर विभिन्न विधाओं में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों को सहयोग करते हैं और सोशल मीडिया के माध्यम से उनकी प्रतिभा को मंच देने का काम भी करते हैं। संगीत में गहरी रुचि रखने वाले शिक्षक गिरीश बडोनी अपने विद्यालय के बच्चों को भी संगीत सीखाने के साथ ही वाद्य यंत्र बजाना भी सिखाते हैं।
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