हरिद्वार : ग्राम पंचायतों में दो बच्चों वाले ही चुनाव लड़ सकते हैं। उत्तराखंड में यह नियम कई ग्राम प्रधानों के लिए मुश्किल साबित हुआ। इसके चलते पंचायत प्रतिनिधियों की कुर्सियां भी चली गई। ऐसा ही एक मामला हरिद्वार में सामने आया है। यहां जांच में तीसरा बच्चा मिलने पर ग्राम प्रधान की की कुर्सी चली गई।
जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान को हटाने के आदेश दे दिए हैं। मामला बहादराबाद क्षेत्र की ग्राम पंचायत नगला खुर्द का है। ग्राम पंचायत के अलीजान ने ग्राम प्रधान रेशमा के खिलाफ शिकायत कर जांच की मांग की थी। जिलाधिकारी ने तहसीलदार हरिद्वार व खंड विकास अधिकारी बहादराबाद से जांच कराई थी। जांच रिपोर्ट के आधार पर उप जिलाधिकारी हरिद्वार ने ग्राम प्रधान को अयोग्य घोषित कर दिया था।
प्रधान ने इसे आदेश विरुद्ध मुख्य विकास अधिकारी से अपील की थी। जिस पर फिर जांच हुई। जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास की जांच के बाद ग्राम प्रधान को एक हफ्ते में कारण बताओ नोटिस दिया गया पर जवाब नहीं मिला। अब जिलाधिकारी की ओर से ग्राम प्रधान को पद से हटाने के आदेश दिए गए हैं।
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