देहरादून : रेलवे स्टेशन देहरादून पर तैनात जीआरपी (रेलवे पुलिस) के कर्मचारियों ने मानवीयता का परिचय देते हुए एक बालक को उसके परिजनों से मिलाया। हेड कांस्टेबल बलदेव सिंह और महिला कांस्टेबल रेखा अपनी ड्यूटी पर थे, तभी उन्होंने प्लेटफार्म नंबर एक के पास एक बालक को अकेला बैठा देखा।
जीआरपी थाना देहरादून से प्राप्त जानकारी में बताया कि बच्चे से पूछताछ करने पर बालक ने बताया कि वह अपने घर खुर्द बाॅडी, थाना मोहम्मदी, जिला लखीमपुर, उत्तर प्रदेश से अपने परिजनों से नाराज होकर आ गया था। बच्चे ने बताया कि किसी बात पर उसकी घरवालों से नाराज़गी हो गई थी, जिसके कारण उसने घर छोड़ने का फैसला किया।
जीआरपी कर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए बालक के परिजनों का मोबाइल नंबर प्राप्त किया और उनसे संपर्क किया। परिजनों को सूचना दी गई कि उनका बच्चा देहरादून में सुरक्षित है। पहचान सुनिश्चित करने के बाद बालक को उसकी मौसी, जो कि सेलाकुई, देहरादून की निवासी हैं, के सुपुर्द कर दिया गया।
अपने बच्चे को सकुशल पाकर परिजनों ने जीआरपी पुलिस का ह्रदय से आभार व्यक्त किया। उन्होंने पुलिस की त्वरित कार्यवाही और संवेदनशीलता की सराहना की, जिसके कारण उनका बच्चा सुरक्षित रूप से मिल सका। इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि जीआरपी न केवल यात्रियों की सुरक्षा के लिए तत्पर है, बल्कि मानवीय मूल्यों को भी महत्व देती है। बच्चे को उसके परिवार से मिलाने में जीआरपी कर्मियों की भूमिका सराहनीय है।

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