कोटद्वार : कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र की सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेता कल्याण समिति द्वारा बालासौड़ स्थित संगम रिजॉर्ट में आयोजित विशेष बैठक में उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष एवं कोटद्वार विधायक ऋतु खण्डूडी भूषण मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुईं। बैठक में गल्ला विक्रेताओं की विभिन्न समस्याओं को सुनते हुए ऋतु खण्डूडी भूषण ने कहा, “गल्ला विक्रेता सरकार की योजनाओं को गांव-गांव तक पहुंचाने का सबसे अहम माध्यम हैं। राशन कार्ड के माध्यम से वे गांव की स्थिति और जरूरतों की जानकारी रखते हैं। विक्रेताओं को चाहिए कि वे निर्धारित समय सीमा और शालीन व्यवहार के साथ राशन वितरण करें।”
इस अवसर पर समिति के संरक्षक सुमन कोटनाला ने विधानसभा अध्यक्ष का स्वागत किया और कहा कि कोटद्वार विधानसभा में सभी विक्रेताओं के बीच समन्वय बनाकर गरीब परिवारों तक समय पर राशन पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कोटद्वार के विकास के लिए विधानसभा अध्यक्ष की सोच और प्रयासों की सराहना की।
बैठक में गल्ला विक्रेताओं ने अपनी प्रमुख समस्याएं अध्यक्ष के सामने रखीं, जिनमें शामिल हैं
- लाभांश के बिलों का भुगतान जो पिछले 1.5 वर्षों से लंबित है।
- ई-केवाईसी प्रक्रिया को तुरंत अनिवार्य न किया जाए।
- ऑफिस कार्यों का भार गल्ला डीलरों पर न डाला जाए, क्योंकि बायोमेट्रिक प्रक्रिया में अधिक समय लगता है और सर्वर की समस्या रहती है।
- नगर निगम कोटद्वार क्षेत्र में राशन वितरण माह के पहले न करवाया जाए, क्योंकि यह आदेश पर्वतीय और टूरिस्ट क्षेत्रों के लिए है।
- शेष खाद्यान्न पर अग्रिम चलन लगाने का दबाव न बनाया जाए।
- आंगनवाड़ी किराया टिकट का भुगतान, जो पिछले दो वर्षों से लंबित है, जल्द कराया जाए।
विधानसभा अध्यक्ष ने सभी बिंदुओं पर गहन चर्चा कर आश्वासन दिया कि इन मुद्दों को सरकार के सामने रखकर शीघ्र समाधान कराया जाएगा। इस अवसर पर समिति अध्यक्ष नंद किशोर कुकरेती, सचिव अभिषेक नेगी, मण्डल अध्यक्ष एवं नगर निगम पार्षद पिंकी खंतवाल, आर.ओ. करण छेत्री, उमेद सिंह बिष्ट, मोहिनी काला नवानी सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।


More Stories
एसपी तृप्ति भट्ट के निर्देशन में जीआरपी का असामाजिक तत्वों एवं अपराधियों पर कड़ा प्रहार जारी, पुलिस संरक्षण में लिया गया मोबाइल झपट्टामार नाबालिग
यूसीसी में प्रतिदिन औसत 1634 विवाह पंजीकरण, समान नागरिक संहिता के तहत विवाह पंजीकरण ने पकड़ा जोर
सैनिकों और उनके परिवारों की हितैषी राज्य सरकार, विगत वर्षों में लिए कई अहम फैसले, पूर्व सैनिकों और वीरांगनाओं को कराई जा रही निःशुल्क बदरीनाथ धाम की यात्रा