देहरादून: प्रदेश में 5 साल बाद उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) ने वन आरक्षी भर्ती में सफल हुए बेरोजगारों के तैनाती आदेश जारी कर वन विभाग को संस्तुति लिस्ट भेज दी है, लेकिन एक बार फिर इस भर्ती में पेंच फंस गया है। आयोग की कार्यप्रणाली पर बेरोजगारों ने सवाल खड़े किये हैं।
दरअसल 11 अक्टूबर 2021 को चयन आयोग ने वन आरक्षी भर्ती परीक्षा के अभिलेख सत्यापन किए थे, जिसमें 1165 अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया था। लेकिन आयोग ने वन विभाग को सिर्फ 999 अभ्यर्थियों की संस्तुति भेजी है, जबकि 121 अभ्यर्थियों की संस्तुति वन विभाग के पास नहीं पहुंची है। जिसके कारण 121 अभ्यर्थी अब परेशान होकर आयोग के चक्कर लगा रहे हैं।
बड़ी संख्या में लिस्ट में अपना नाम न देखकर प्रदेश के कोने-कोने से चयनित बेरोजगार आयोग पहुंचे और कारण जानने की कोशिश की, लेकिन उन्हें ठीक से जवाब नहीं मिला। देवभूमि बेरोजगार मंच के अध्यक्ष राम कंडवाल ने कहा कि, आयोग को सभी अभ्यर्थियों के तैनाती आदेश जारी कर देने थे। जिन अभ्यर्थियों के नाम नहीं हैं उनके डॉक्यूमेंट में कुछ न कुछ गड़बड़ी है।
राम कंडवाल ने कहा कि, जिस दिन सत्यापन हुआ था जिनके फॉर्म में गलती हुई थी उन सभी अभ्यर्थियों ने उस समय एफिडेविट लगा दिए थे। तब आयोग ने सही कहा था। राम कंडवाल ने कहा कि, एक हफ्ते के भीतर सभी को जॉइनिंग मिले और दूसरी लिस्ट तुरंत जारी हो।
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