8 September 2024

विश्व रेडक्रॉस दिवस पर आयोजित हुआ कार्यक्रम

 
कोटद्वार । आज समाज बहुत ही भयावह दौर से गुजर रहा है, ऐसे में रेडक्रॉस जैसी संस्था ही अपने विचारों और सुझावों से समाज की दशा बदलने में मदद कर सकती है। उक्त उद्गार प्राचार्य प्रोफेसर जानकी पवार के हैं। उन्होंने बुधवार को राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार में विश्व रेडक्रॉस दिवस के अवसर पर अपना व्याख्यान दिया। इस अवसर पर विभिन्न प्रकार के जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। महाविद्यालय की रेडक्रॉस समिति की नोडल अधिकारी डॉ मीनाक्षी वर्मा ने कहा कि आज का दिन रेडक्रॉस की स्थापना करने वाले हेनरी डयूनेंट के जन्मदिवस के अवसर पर मनाया जाता है। नोडल अधिकारी ने बताया कि 2024 के लिए विश्व रेडक्रॉस का थीम मैं खुशी देता हूं और जो खुशी मैं देता हूं वही पुरस्कार है। जो समाज में दया, प्रेम, स्नेह, समर्थन और उपचार के महत्व को बताता है। इस अवसर पर मानवता को कैसे जीवित रखा जाए, लोगों की पीड़ा को कम करने और सबसे कमजोर लोगों की मदद करने जैसे सामाजिक पहलुओं पर विश्व रेडक्रॉस दिवस का विषय कीपिंग ह्यूमैनिटी अलाइव पर व्याख्यान श्रृंखला और निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
व्याख्यान श्रृंखला में प्रोफेसर एमडी कुशवाहा ने अपनी कविता के माध्यम से सामाजिक पीड़ाओं पर दृष्टि डाली, उनकी कविता का सार स्नेहपूर्ण मानवता को बनाए रखना है। डॉ चंद्र प्रभा कंडवाल ने छात्रों को रेडक्रॉस का महत्व बताते हुए कहा कि विषम परिस्थितियों में रेडक्रॉस से प्राप्त अनुभवों के आधार पर हम खुद को सकारात्मक मानसिकता में बदल सकते हैं। क्रमशः डॉ प्रवीण जोशी, डॉ जुनीश कुमार, डॉ सुषमा थलेड़ी, डॉ संदीप कुमार, डॉ शोभा रावत, डॉ संतोष कुमार गुप्ता, डॉ ममता रावत आदि ने अपने विचार व्यक्त किए। रेडक्रॉस समिति की सदस्य डॉ अंशिका बंसल ने कार्यक्रम का संचालन किया।  कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर जानकी पवार ने परीक्षाओं के दौरान भी विद्यार्थियों के सराहनीय योगदान पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा कहा कि भविष्य में भी रेडक्रॉस से संबंधित गतिविधियां बड़े उत्साह के साथ आयोजित की जाएंगी।

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