21 November 2024

डीएम डॉ. आशीष चौहान के नेतृत्व में पौड़ी गढ़वाल को कई उपलब्धियां और सौगात दे गया वर्ष 2023, जिले के विकास को लेकर रहा खास, जानें उपलब्धियां …..

पौड़ी : जिले के विकास को लेकर वर्ष 2023 खास रहा है। जिले में चुनौतियों के समाधान के साथ ही हुए विकास कार्यों ने पौड़ी गढ़वाल के विकास को डीएम डॉ. आशीष चौहान के नेतृत्व में विकास को गति प्रदान की है। वर्ष 2023 कई मायनों में जनपद पौड़ी गढ़वाल के लिए खास रहा। जिलाधिकारी पौड़ी गढ़वाल डॉ. आशीष चौहान की देश के तेज तर्रार आईएएस अधिकारियों में गिनती होती हैं । डीएम डॉ. आशीष चौहान का सरल स्वभाव उन्हें आमजन से जोड़ता हैं । आईएएस डॉ. आशीष चौहान अपनी कुशल व्यवहार एवं बेहतरीन कार्यशैली के चलते आमजन में काफी लोकप्रिय हैं । मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के अथक प्रयासों से विश्वस्तरीय इनवेस्टर समिट का प्रभाव भी जिले में बखूबी देखने को मिला। वहीं किसानों एवं काश्तकारों की आजीविका सुधार, माउण्टेन म्यूजियम (Mountain Museum) एवं तारामण्डल, बेडू प्रसंस्करण प्रोजेक्ट, ऋषिकेश-देवप्रयाग तक गंगा पैदल पथ यात्रा / पौराणिक चारधाम पैदल यात्रा, हैरिटेज भवन, बर्ड फेस्टिवल, द बीटल एण्ड द गंगा फेस्टिवल, हेरिटेज भवन, गंगा संस्कृति केन्द्र का निर्माण, त्रिशूल पार्क से लेकर कई अन्य उपलब्धियां भी जनपद के हिस्से आयी। ऐसी कुछ खास एवं महत्त्वपूर्ण उपलब्धियां हम आपके साथ साझा करने जा रहे हैं।

ऋषिकेश-देवप्रयाग तक गंगा पैदल पथ यात्रा / पौराणिक चारधाम पैदल यात्रा

जनपद के अन्तर्गत ऋषिकेश से देवप्रयाग तक गंगा पैदल पथ यात्रा / पौराणिक चारधाम पैदल यात्रा मार्ग को पनर्जीवित किये जाने के दृष्टिगत दिनांक 13.05.2024 को गंगा पैदल पथ यात्रा की शुरूआत की गयी। साथ ही बंदरचट्टी एवं कोटलीभेल में उत्तरकाशी गंर्तागगली के तर्ज पर लकड़ी की रेलिंग का कार्य, कोटलीभेल में लकड़ी की सीढ़ियों हेतु स्टील स्ट्रक्चर का कार्य एवं कोटलीभेल में लकड़ी की सीढ़ियों का कार्य, ट्रैक रूट के कुछ स्थानों पर सी.सी. का कार्य, सूखी पत्थर चिनाई प्रतिधारक दीवार का निर्माण का कार्य का प्राविधान किया गया है। इस हेतु रू. 48.03 लाख की धनराशि स्वीकृति कर कार्य पूर्ण किया गया।

हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविधालय, श्रीनगर गढ़वाल के एकेडमिक एक्टिविटी सेन्टर कैम्पस चौरास में Organising One Day Seminar with Survey for Preparing Booklet on the Theme के अन्तर्गत गंगा पथ यात्रा का सेमिनार किया जा रहा है। जिस हेतु ऋषिकेश से देवप्रयाग तक गंगा पद यात्रा का सर्वेक्षण किया जायेगा जिस हेतु हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविधालय, श्रीनगर गढ़वाल को धनराशि भी उपलब्ध करायी जा चुकी है।

स्थान पौड़ी में 100 फीट ऊंचे राष्ट्रीय ध्वज एवं सी.डी.एस. पार्क की स्थापना एवं श्रीनगर में 100 फीट ऊंच राष्ट्रीय ध्वज एवं पार्क का निर्माण

जनपद पौड़ी मुख्यालय में स्थान आयुक्त कार्यालय के समीप 100 फीट ऊंचे राष्ट्रीय ध्वज एवं स्व. श्री विपिन रावत जी पूर्व सी.डी.एस. की मूर्ति स्थापना व पार्क निर्माण हेतु रू. 75.61 लाख एवं श्रीनगर में स्थान गंगा दर्शन में 100 फीट ऊंचे राष्ट्रीय ध्वज एवं पार्क निर्माण हेतु 34.85 लाख का आंगणन लोनिवि, पाबौ से तैयार धनराशि स्वीकृति की गयी, जिसमें पार्क निर्माण हेतु आवश्यकतानुसार सुरक्षा दीवार का निर्माण कार्य, रैलिंग का निर्माण कार्य, पार्क में स्टोन/पार्किग टाईल्स, पार्क में विद्युतीकरण का कार्य का प्राविधान किया गया है। जिसमें लगभग 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है।

माउण्टेन म्यूजियम (Mountain Museum) एवं तारामण्डल (Planetarium)

दृश्य दिखायी देता है। इस परिप्रेक्ष्य में जनपद में पर्यटकों को आकर्षित करने, हिमालय की चोटियों व अन्य पर्वत श्रृंखलाओ की जानकारी आम जन मानस को दिये जाने हेतु जनपद मुख्यालय में माउण्टेन म्यूजियम एवं तारामण्डल निर्मित किये जाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। तारामण्डल एवं माण्टेन म्यूजियम निर्मित किये जाने से जनपद पौड़ी में पर्यटन गतिविधियों को व्यापक बढ़ावा मिलगा तथा जनपद के आसपास के जिलों के छात्र-छात्राओं के लिए शैक्षणिक भ्रमण के लिए महत्वपूर्ण स्थल मिल सकेगा।

तारामण्डल एवं माउण्टेन म्यूजियम निर्माण हेतु प्रथम चरण के घटक कार्यो हेतु लोनिवि, पौड़ी द्वारा प्रथम चरण का रू. 461.11 (चार करोड़ इकसठ लाख ग्यारह हजार मात्र) प्रस्ताव तैयार किया गया है। तारामण्डल एवं माउण्टेन म्यूजियम निर्माण हेतु प्रथम चरण हेतु श्री अनिल बलूनी, मा. राज्य सभा सांसद महोदय द्वारा अपने पत्र संख्या RS/MPLADS/2023/04/27/01 दिनांक 27.04.2023 द्वारा उक्त कार्यों हेतु रू 461.11 की स्वीकृति प्रदान की गयी। प्रदान की गयी है। जिसमें वन प्रकरण स्थानांतरण (forest case transfer) की कार्यवाही प्रगति पर है।

बेडू प्रसंस्करण प्रोजेक्ट (पहाड़ी अंजीर)

जनपद पौड़ी में स्थानीय स्तर पर पाये जाने वाले बेडू के प्रसंस्कण तथा उसे बाजार उपलब्ध करा कर किसानों की अतिरिक्त आय के साध के रूप में विकसित करने हेतु पहाड़ी अंजी (बेडू) के उत्पादों की प्रसंस्करण इकाई की स्थापना की गयी व एन.आर.एल.एम. अन्तर्गत गठित था रीप परियोजना द्वारा अंगीकृत अंग स्वायत्त सहकारिता, पौड़ी द्वारा उद्यान विभाग व रीप परियोजना के तकनीकी मार्गदर्शन में किया जा रहा है, जिसके तहत वर्ष 2023 में उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्कण विभाग के प्रसंस्करण केन्द्र पौड़ी में फैडरेशन की महिलाओं को बेडू प्रसंस्करण पर 05 दिवसीय प्रशिक्षण उपलब्ध कराया गया। जिसके पश्चात फैडरेशन द्वारा जनपद के किसानों से बेडू का क्रय कर उससे विभिन्न प्रसंस्कृत उत्पाद तैयार कर उनका हिलांस ब्रांड के माध्यम से विपणन किया गया।

प्रथम चरण में फैडरेशन द्वारा किसानों से 500 किलो बेडू का क्रय का 750 बॉटल बेडू जैम व 750 बॉटल बेडू चटली तैयार की गयी तथा किसानो से 35 रूपये प्रति किलोग्राम की दर से बेडू क्रय किया गया। बेडू से अन्य उत्पाद तैयार करने हेतु इस वर्ष 02 नये उत्पाद बेडू मिठाई व बेडू वॉइन विकसित किये गये। इस वर्ष फैडरेशन द्वारा 112750 रू. का व्यवसाय किया गया। बेडू के विशिष्ट औषधीय गुणों तथा इससे ग्रामीण समुदाय को होने वाले लाभों तथा इस राष्ट्रीय व अर्न्तराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाये जाने के लिए बेडू की जी.आई. पंजीकरण किया जा रहा है।

सेफ सफर एप

जनपद पौड़ी में दिनांक 16.06.2023 को सड़क दुर्घटनाओं पर प्रभावी रोकाम लगाये जाने हेतु safesafarpauri.in software का शुभारम्भ किया गया। सॉफ्टवेयर के माध्यम से वाहन चालकों / स्वामियों के द्वारा विवाह समारोह में परिचालन से पूर्व निःशुल्क शासकीय पोर्टल पर पंजीकरण करना अनिवार्य है।

सॉफ्टवेयर पर पंजीकरण के समय वाहन स्वामी / चालक को अपना नाम, पता, मोबाईल नम्बर, वाहन के प्रकार, फिटनेस बीमा, परमिट, पी.यू.सी.सी. चालक अनुज्ञप्ति, यात्रा प्रारम्भ करने का स्थान गंतव्य का स्थान दिनांक समय आदि का विवरण अंकित करना होता है।

एस.एम.एस. के माध्यम से पंजीकरण की सूचना संबंधित यात्रा क्षेत्र के राजस्व एर पुलिस अधिकारियों को तत्काल मोबाईल पर प्राप्त हो जाती है। सक्षम अधिकारी द्वारा मांग जाने पर पंजीकरण का साक्ष्य वाहन संचालन के दौरान वाहन में रखना एवं मांग जाने प प्रस्तुत करना होता है। अभी तक उक्त सॉफ्टवेयर में कुल 320 चालकों / स्वामियों द्वार अपना पंजीकरण बारात पार्टी संचालन के दौरान किया गया है।

बारात व पार्टी के में आने वाले सभी वाहनों का रजिस्ट्रेशन ऑनलाईन माध्य से होगा। बारात /पार्टी में आने वाले सभी वाहन व बारातियों का डाटा मानिटर करने आसानी होगी। आनलाईन माध्यम से आवेदन करना व स्वीकृत देना सरल होगा, जिस समय की बचत होगी।

काव्या एप

जनपद में अवस्थित स्वास्थ्य इकाईयों के अन्तर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र / प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द/महिला चिकित्सालयों में High Risk Pregnancy के मूल्यांकन / अनुश्रवण हेतु काव्या मोबाईल एप तैयार किया गया, जिसका दिनांक विधिवत शुभारम्भ किया गया। काव्या मोबाईल एप ऐसी ऐसी महिलाओं जिन्हें चिकित्सक को द्वारा High Risk Pregnancy की श्रेणी में रखा जाता है के लिए सर्वाधिक लाभप्रद होगा तथा High Risk Pregnancy की श्रेणी के अन्तर्गत आने वाली महिलाओं द्वारा उक्त एप के प्रयोग पर उन्हें आशा कार्यकर्ती / ए.एन.एम/चिकित्सक स्तर से बेहर स्वास्थ्य सुविधा प्राप्त होती है साथ ही गर्भवती महिलाओं के समस्त टीकाकरण एवं स्वास्थ्य परीक्षण से संबंधित जांच रिपोर्ट भी उक्त एप पर अपलोड की जायेगी, जिसे मैसेज के माध्यम से चिकित्सक को भेजा जा सकता काव्या एप पर अभी तक जनपद में 225 High Risk Pregnancy का पंजीकरण किया गया।

District Liquor Trade Management System

जनपद में व्यवस्थापित / संचालित मदिरा दुकानों के निर्धारित मासिक अधिभार जमा एवं निर्धारित के सापेक्ष मदिरा उठान तथा बिक्री का विवरण प्राप्त किये जाने हेतु District Liquor Trade Management System से संबंधित Mobile Application/ software तैयार किया गया। जिस पर जनपद के समस्त विदेशी मदिरा दुकानों के जमा राजस्व व बिक्री से संबंधित का डाटा पोस्ट किया जाता है, जिसके माध्यम से जनपद की विदेशी मदिरा दुकानों के जमा राजस्व व दैनिक बिक्री की स्थिति के आधार पर जिन दुकानों का राजस्व जमा नहीं हो रहा हो उन्हें आसानी से चिन्हित किया जा सकता है। इसका शुभारम्भ दिनांक 16.06.2023 को किया गया।

गंगा संस्कृति केन्द्र का निर्माण

जनपद गढ़वाल के अन्तर्गत श्रीनगर क्षेत्र जो कि गंगा नदी के किनारे अवस्थित है तथा चारधाम यात्रा का मुख्य पड़ाव है। श्रीनगर में विभिन्न उच्च शिक्षण संस्थायें यथा मेडिकल कॉलेज, केन्द्रीय विश्वविद्यालय, पॉलिटेनिक, आई.आई.टी. एन.आई.टी, केन्द्रीय विद्यालय स्थिति जहां देश के विभिन्न क्षेत्रों से छात्र अध्ययन के लिए आते हैं। श्रीनगर क्षेत्र देवप्रयाग एवं ऋषिकेश के नजदीक होने एवं आवागमन के सुलभ साधन होने एवं गढ़वाल का केन्द्र बिन्दु होने से यहाँ पर गंगा संस्कृति केन्द्र बनाये जाने से श्रद्वालुओं/पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकता है। गंगा संस्कृति केन्द्र का निर्माण कराये जाने हेतु रू. 449.20 लाख का आंगणन तैयार किया गया है। गंगा संस्कृति केन्द्र के निर्माण हेतु कार्यवाही गतिमान है।

गंगा संस्कृति केन्द्र के निर्माण हेतु धनराशि का प्राविधान जिला विकास प्राधिकरण से किया गया है। इस हेतु अध्यक्ष, जिला विकास प्राधिकरण/आयुक्त, गढ़वाल मण्डल, द्वारा उक्त धनराशि की स्वीकृति प्रदान की गयी है। जिसमें मुख्यतः निम्न प्राविधान किये गये हैं:-

1. भूतल में योग एवं ध्यान केन्द्र।

2. प्रथम तल में योग से संबंधित संग्रहालय।

3. द्वितीय तल में गंगा संस्कृति से संबंधित संग्रहालय ।

 द बीटल एण्ड द गंगा फेस्टिवल-

विश्वप्रसिद्ध लोकप्रिय अंग्रेजी रॉक बैण्ड द बीटल्स वर्ष 1960 में जॉन लेनन, पॉल मककॉर्टनी, जार्ज हैरिसन तथा रिंगो स्टार द्वारा स्थापित किया गया था, का देव भूमि उत्तराखण्ड विशेषत बीटल्स का लक्ष्मणझूला स्वर्गाश्रम जौक स्थित महर्षि महेश योगी के आश्रम से आध्यात्मिक जुड़ाव रहा है। लक्ष्मणझूला स्वर्गाश्रम स्थित चौरासी कुटिया क्षेत्र को राष्ट्रीय / अन्तर्राष्ट्रीय पर योग अध्यात्म तथा संगीत (पाश्चात्य एवं हिन्दुस्तानी) का प्रमुख केन्द्र के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से नगर पंचायत स्वर्गाश्रम जौक में दिनांक 27.10.2023 से 29.10.2023 तक 03 दिवसीय The Beatles and the Ganga Festival का सफल आयोजन किया गया।

त्रिशूल पार्क

त्रिशूल पार्क हेतु तहसील पौड़ी क्षेत्रान्तर्गत जनपद मुख्यालय में तहसीलदार आवास के समीप भूमि चयनित की गयी है। पार्क में लगभग 65-70 फीट ऊंचे त्रिशूल स्थापित किया जायेगा। साथ ही त्रिशूल को प्रकाशित करने हेतु डिजाइन पालों से फ्लड लाइटिंग का प्राविधान भी किया गया है। जिस हेतु रू. 148.53 लाख की धनराशि स्वीकृति की गयी है। त्रिशूल पार्क निर्माण हेतु टेण्डर प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है तथा निर्माण कार्य प्रगति पर है।

हैरिटेज भवन

मा० मुख्यमंत्री जी की घोषणा के क्रम में ब्रिटिश कालीन पुराने कलेक्ट्रेट भवन का हैरिटेज भवन के रूप में संरक्षित किये जाने हेतु निविदा प्रक्रिया पूर्ण होने के उपरांत कार्य प्रगति पर है। जिस हेतु लगभग रु 243.63 लाख का धनराशि स्वीकृत की गयी है।

Antyodaya collection portal

जनपद पौड़ी गढ़वाल में अन्त्योदय पात्र व्यक्तियों / परिवारों को सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं आदि से लाभान्वित करने हेतु पॉयलेट प्रोजेक्ट के रूप में प्रथम चरण हेतु विकासखण्ड नैनीडांडा एवं यमकेश्वर क्षेत्र के व्यक्तियों / परिवारों को लाभ प्रदान किये जाने हेतु Antyodaya collection portal at block level सॉफ्टवेयर विकसित किया गया है, जिसमें अन्त्योदय परिवारों के डाटा फिडिंग की कार्यवाही चल रही है।

बर्ड फेस्टिवल

कोटद्वार क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा दिये जाने बर्ड वॉचिंग के क्षेत्र में युवाओं को प्रशिक्षण एवं इस क्षेत्र में युवाओं को रोजगार के नये अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से तहसील कोटद्वार क्षेत्रान्तर्गत दिनांक 02 फरवरी, 2023 से 05 फरवरी, 2023 तक बर्ड फेस्टिवल का सफल आयोजन किया गया, जिसमें काफी संख्या के युवाओं एवं क्षेत्रीय लोगों द्वारा प्रतिभाग किया गया।

डीएम डॉ. आशीष चौहान की अभिनव पहल, पहाड़ी अंजीर बेडू से बने उत्पाद की हुई लॉन्चिग

पहाड़ी अंजीर (बेडू) द्वारा निर्मित उत्पादों को बाजर में उतारने के लिए जिलाधिकारी गढ़वाल डॉ. आशीष चौहान की अगुवाई में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में 1 लाख 5 हजार रुपये के पहले कन्सायनमेन्ट/प्रेषण के तहत देहरादून के होटल ह्यात् व कौडियाला के होटल ताज, देहरादून के हिलांश स्टोर सहित चारधाम यात्रा मार्गाे पर बने अन्य स्टोरों के लिए जेम व चटनी के कुल 1000 प्रोडक्ट भेजे गये।

पहाड़ी अंजीर (बेडू) द्वारा निर्मित उत्पादों के लॉन्चिग कार्यक्रकम में पहले ऑर्डर के तहत जिलाधिकारी गढ़वाल द्वारा विभिन्न प्रतिष्ठित होटलों व स्टोरों के लिए बेडू से बने उत्पादों चटनीं व जैम के एक हजार उत्पाद का प्रेषण किया गया। गौरतलब पहाड़ के जंगली फल बेडू को पहचान दिलाने के लिए जिलाधिकारी द्वारा किये गये प्रयासों को देश के प्रधानमंत्री जी द्वारा मन की बता में भी जिक्र करते हुए सराहा जा चुका है। जनपद में ग्रामीण उद्यम वेग वृद्वि परियोजना (रीप) के सहयोग से उमंग स्वायत्त सहकारिता समूह पौड़ी द्वारा विभिन्न प्रतिष्ठानों की मांग के अनुरुप एक सप्ताह में जैम व चटनी के एक हजार प्रोडक्ट तैयार किये गये। रीप परियोजना के तहत जनपद के विभिन्न क्षेत्रों से 25-30 रु0 प्रति किलों की दर से बेडू खरीदकर उमंग स्वायत्त सहकारिता समूह को प्रोसेसिंग हेतु भेजा जाता है।

जिलाधिकारी ने कहा कि बेडू से उत्पादों बनाने का कार्य जनपद मुख्यालय पौड़ी से प्रायोगिक तौर पर शुरु किया गया है। कहा कि शीघ्र ही जनपद के अन्य स्थानों में भी बेडू से उत्पाद बनाने का कार्य शुरु किया जायेगा। उन्होने कहा कि जनपद में प्रतिवर्ष 600 कुन्तल बेडू के उत्पादन की क्षमता को अवसर में बदलकर 25-30 लाख रु0 का मुनाफा कमाया जा सकेगा। कहा कि वर्तमान में रीप परियोजना के तहत 36 गांवों की 550 महिलाओं के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों से बेडू का संकलन किया जा रहा है।