कोटद्वार। विश्वम्भर दयाल मुनि विश्वकर्मा ट्रस्ट की ओर से आर्य समाज सभागार में आयोजित कार्यक्रम में 28 निर्धन मेधावी छात्र और दो दिव्यांगजनों को आर्थिक सहायता प्रदान की गई।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर बीसी शाह ने मुनि का स्मरण करते हुए कहा कि वे सही अर्थों में महर्षि दयानंद सरस्वती के अनुयायी व आर्य समाजी थे। उन्होंने अपनी जमीन व जायदाद बेचकर निर्धन छात्र-छात्राओं में शिक्षा के विस्तार व दीन दुखियों की सेवा हेतु ट्रस्ट की स्थापना की। विशिष्ट अतिथि प्रवेश नवानी ने कहा कि सच्ची शिक्षा वही है जो अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाए। जनार्दन प्रसाद बुडाकोटी ने शिक्षा दान को महादान बताया व कहा कि मुनि की दूरदृष्टि को हम नमन करते हैं जिन्होंने शिक्षा के प्रसार के लिए ट्रस्ट की स्थापना की। तत्पश्चात छात्रों और दिव्यांग जनों को आर्थिक सहायता प्रदान की । कार्यक्रम में सुरेंद्रलाल आर्य, रमाकांत कुकरेती, डॉ. गीता रावत शाह, दीपक जदली, भानुप्रकाश बलोदी, मंजू रावत, कैप्टन पीएल खंतवाल, अजय नेगी, सुदीप आदि मौजूद रहे ।
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