पटना : प्रदेश के छह जिलों में बीते 24 घंटे के भीतर वज्रपात की कहर ने 12 लोगों की जान ले ली। बक्सर में चार, पश्चिम चंपारण में तीन, कटिहार में दो, जबकि कैमूर, लखीसराय और सीतामढ़ी में एक-एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है। इस प्राकृतिक आपदा ने ग्रामीण इलाकों में मातम का माहौल पैदा कर दिया है। मुख्यमंत्री ने इन हादसों पर गहरा शोक जताते हुए कहा, “आपदा की इस घड़ी में हम पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हैं।” उन्होंने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि खराब मौसम के दौरान पूरी सतर्कता बरतें और आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें। उन्होंने कहा कि वज्रपात जैसे हादसों से बचने के लिए जागरूकता और सावधानी अत्यंत आवश्यक है।
आपदा प्रबंधन विभाग ने भी लोगों को अलर्ट किया है कि बारिश और गरज-चमक के समय खुले मैदान, पेड़ के नीचे या जलस्रोतों के निकट न रहें। मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से दूरी बनाए रखें और सुरक्षित स्थान पर शरण लें।लगातार हो रही वज्रपात की घटनाओं से ग्रामीण इलाकों में दहशत का माहौल है। प्रशासनिक अमला अलर्ट पर है और प्रभावित गांवों में राहत व जागरूकता कार्य शुरू कर दिया गया है।
More Stories
सीओ स्वप्निल मुयाल ने लिया थाना जीआरपी देहरादून का O.R, डिजिटल साक्ष्यों की महत्ता पर दिया जोर, लापरवाही पर फटकार एवं उत्कृष्ट कार्य करने वाले विवेचकों को सराहना
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर औषधि विभाग की बड़ी कार्रवाई, Psychotropic Medicines जब्त कर फर्म को किया सील, हरिद्वार में साढ़े तीन लाख ट्रामाडोल टैबलेट्स ज़ब्त
भारतीय वन सेवा 2023-25 पाठ्यक्रम के परिवीक्षार्थियों का दीक्षांत समारोह इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय वन अकादमी देहरादून में हुआ आयोजित, देश को मिले 109 भारतीय वन सेवा के अधिकारी, इनमें से 22 महिला अधिकारी