चमोली : हेमकुंड यात्रा की तैयारियों को लेकर गुरुवार को भारतीय सेना की 418 इंडिपेंडेंट इंजीनियरिंग कोर ने हेमकुंड गुरुद्वारे तक पैदल आवाजाही सुचारु कर दी है। इसके साथ ही सेना के जवानों ने यात्रा मार्ग के खतरनाक बने हिस्सों का सुधारीकरण और घोड़े-खच्चरों के मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य शुरु किया जाएगा।
बद्रीनाथ धाम के साथ ही हेमकुंड साहिब की यात्रा तैयारियां जोरों पर है। यात्रा तैयारियों को लेकर हेमकुंड साहिब के यात्रा मार्ग से बर्फ हटाकर भारतीय सेना के 35 जवान और 15 सेवादार गुरुवार को हेमकुंड साहिब पहुंच गए हैं। जहां सेना के जवानों और सेवादारों ने अरदास कर गुरुद्वारा प्रांगण के द्वार खोल दिए हैं। हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे के कपाट आगामी 25 मई को ग्रीष्मकाल के लिए खोले जाएंगे। गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा ने बताया कि यात्रा मार्ग का सीढ़ियों वाला हिस्सा खतरनाक बना हुआ है। जिसे अब सेना के जवानों की ओर से दुरुस्त करने का कार्य शुरु कर दिया गया है। साथ ही यात्रा मार्ग पर घोड़े-खच्चरों की आवाजाही के मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यात्रा मार्ग के सुधारीकरण में जुटे जवानों ने आगामी 20 मई तक यात्रा मार्ग को चाक-चौबंद करने की बात कही है।
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