कोटद्वार। उत्तराखंड विकास समिति ने कोटद्वार के विकास की दौड़ में पीछे छूटने पर रोष व्यक्त किया है। कहा कि किसी भी दल की प्रदेश सरकार ने कोटद्वार के विकास में रूचि नहीं दिखाई, इसलिए कोटद्वार की विकास की योजनाएं अधर में लटकी हुई हैं। इस संबंध में जौनपुर स्थित समिति कार्यालय में आयोजित बैठक में वक्ताओं ने कहा कि 10 मार्च को मुख्यमंत्री कोटद्वार आए, लेकिन कोटद्वार के विकास के लिए कोई घोषणा करे बगैर ही चले गए। कहा कि लालढांग-चिलरखाल मोटर मार्ग का मामला अभी तक अधर में लटका हुआ है। सरकार की ओर से कोर्ट में कमजोर पैरवी के कारण मोटर मार्ग के निर्माण कार्यों पर रोक लगी है।
वहीं प्रदेश सरकार मेडिकल कालेज निर्माण पर भी गंभीर नहीं दिखाई दे रही है। कड़ी रोड के 10 किमी क्षेत्र के कार्बेट नेशनल पार्क में बफर जोन आने पर प्रदेश सरकार ने 2019 में कंडी रोड को कार्बेट नेशनल पार्क से बाइपास के रूप में बनाने का निर्णय लिया था, लेकिन अभी तक भी प्रदेश सरकार की ओर से यूपी सरकार से भूमि अधिग्रहण पर कार्रवाई नहीं हो पाई है। मोटर मार्ग के न बनने का नुकसान सिडकुल स्थित उद्योग धंधों को उठाना पड़ रहा है। वक्ताओं ने चेतावनी दी कि इन मांगों पर शीघ्र कार्रवाई न होने की स्थिति में जन सहयोग से आंदोलन किया जायेगा। बैठक में अध्यक्ष जानकी बल्लभ मैंदोला, जेएस नेगी, जीके रावत, विपुल उनियाल, दुर्गा प्रसाद दुबे, मनोहर सिंह, विजय मैंदोला, सुरमान सिंह और कुलदीप सिंह आदि मौजूद रहे।
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