- शरीर का वज़न
- उच्च रक्तचाप
- मस्तिष्क में रक्त का थक्का
- अस्थमा
- दूर-दृष्टि
- कान बजना
- गले का संक्रमण
- कंधे/गर्दन का संक्रमण
- अनिद्रा
ये मूव्स सस्ते हैं, बहुत सरल हैं और सीखने में आसान हैं। हर सुबह, जब आप अपना चेहरा धोते हैं, तो शीशे के सामने नीचे दिए गए व्यायाम करें – अपनी जीभ को बाहर निकालें और इसे 10 बार दाईं ओर और फिर बाईं ओर घुमाएँ। जब से मैंने अपनी जीभ का रोज़ाना व्यायाम करना शुरू किया है, तब से मेरे मस्तिष्क की क्षमता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। मेरा दिमाग साफ और तरोताजा हुआ है, और अन्य सुधार भी हुए, जैसे
- दूर की दृष्टि
- चक्कर नहीं आते
- बेहतर महसूस करता हूँ
- बेहतर पाचन
- कम फ्लू/सर्दी
- मैं ज़्यादा मज़बूत और चुस्त दुरुस्त महसूस करता हूँ।
जीभ का व्यायाम अल्जाइमर को नियंत्रित करने और रोकने में मदद करता है.. चिकित्सा अनुसंधान ने पाया है कि जीभ का संबंध हमारे बड़े मस्तिष्क से है। जब हमारा शरीर बूढ़ा और कमज़ोर हो जाता है, तो सबसे पहला संकेत यह होता है कि हमारी जीभ अकड़ने लगती है, और अक्सर, हम कभी कभी अनजाने में ही खुद जीभ को काट लेतें हैं। आपने भी ऐसा अनुभव किया होगा। अपनी जीभ का बार-बार व्यायाम करने से मस्तिष्क उत्तेजित होता है, अधिक क्रियाशील होता है। हमारे मस्तिष्क को सिकुड़ने से रोकने में मदद मिलती है और इस तरह हमारा शरीर स्वस्थ बना रहता है। कृपया एक्सरसाइज करके देखिए कि आप अब कैसा महसूस करतें हैं!
अच्छे स्वास्थ्य हेतु शुभकामनाएं!!
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