देहरादून : अधीनस्थ महिला कर्मचारी से छेड़खानी के आरोप में वरिष्ठ IFS अधिकारी सुशांत पटनायक के खिलाफ छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जूनियर रिसर्च फेलोशिप रही इस महिला के आरोपों के बाद पटनायक को पिछले दिनों प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सदस्य सचिव के पद से हटा दिया गया था। घटना कार्यालय में हुई थी तो इसमें पहले विशाखा कमेटी के तहत जांच की गई थी।एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि मुकदमा राजपुर थाने में दर्ज किया गया है। पीड़िता का आरोप था कि पटनायक के पिता का देहांत हो गया था। इस पर वह गत 24 जनवरी को उनके कार्यालय में उन्हें ढांढस बंधाने गई थीं।
आरोप है कि इस दौरान पटनायक उनसे अश्लील हरकतें करने लगे। महिला कर्मचारी उस वक्त दफ्तर से बाहर आ गई। महिला के अनुसार इसके बाद पटनायक ने व्हाट्सएप पर मैसेज भेजकर माफी मांगी। अगले 12 मिनट के भीतर उन्हें तीन मैसेज भेजे गए। जिन्हें बाद में डिलीट कर दिया गया। लेकिन, उन्होंने इन मैसेज को रिकवर कर लिया।ये मैसेज बहुत ज्यादा अश्लील थे। लेकिन, बाद में पटनायक को जब यह बात पता चली तो उन्होंने अगले दिन महिला पर समझौते का दबाव बनाया। धन देने का भी प्रस्ताव भेजा गया। यही नहीं बोर्ड के एक अधिकारी को भी महिला के पास भेजकर उन्हें समझौते के लिए कहा गया। महिला ने इस बातचीत की रिकॉर्डिंग कर ली। पटनायक के किसी भी झांसे में पीड़िता नहीं आई। पीड़िता दबाव में नहीं आई तो बोर्ड कार्यालय में भी जमकर हंगामा हुआ। इसके बाद सरकार ने आरोपी सुशांत पटनायक को पद से हटा दिया। अब महिला की शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
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