कोटद्वार : श्री गुरु राम राय पैरामेडिकल कॉलेज कोटद्वार में विश्व रेडियोलॉजी दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें डॉ. राम प्रसाद ध्यानी मुख्य अतिथि और एसपी जोशी विशिष्ट अतिथि रहे। डॉ. ध्यानी ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम की विधिवत शुरूवात की। उन्होने अपने उद्बोधन में कहा कि आज के दौर में चिकित्सा का क्षेत्र लगातार नये-नये तकनीकों के साथ विकसित हो रहा है। रेडियोलॉजी की महत्वत्ता को बताते हुए कहा कि आज का समय विज्ञान का समय है और ऐसे में डॉक्टर बिना रेडियोलाजिस्ट के बिना अधूरा है। कार्यक्रम में रेडियोलॉजी से सम्बन्धित विभिन्न प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गई। जिसमें छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रतियोगिताओं में क्विज, नाटक, रेडियोलॉजी संगीत, नृत्य, आदि कार्यक्रमों का संचालन किया गया।
रेडियोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. पूजा जोशी एवं फैक्ल्टी प्रो. ज्योति चौहान ने छात्रों को अपने सम्बोधन में रेडियोलॉजी के पिता प्रोफेसर विलियम कोनार्ड रॉन्जन के जीवन पर बताया कि उन्होंने 8 नवंबर 1895 में एक्स-रे तकनीकी की खोज की थी। इसके बाद मरीज की जांच प्रक्रिया में अहम बदलाव आ गए। उन्होंने बताया कि इस खोज के बाद विश्वभर में चिकित्सा जगत में महत्वपूर्ण कामयाबी हासिल की गई क्योंकि एक्स-रे तकनीक से टूटी हुई हड्डियों को आसानी से देखा जा सकता है। जिससे चिकित्सकों को मरीजों का इलाज करने में काफी सुविधा हो गई है। चिकित्सा पद्धति में होने वाले बदलावों के चलते अब सीटी स्कैन, एमआरआई, एंजियोग्राफी, अल्ट्रासाउंड जैसी रेडियोलॉजी तकनीक का प्रयोग किया जाने लगा है इससे न केवल डॉक्टर को मरीजों के उपचार में मदद मिलती है बल्कि मरीजों की आन्तरिक बीमारियों का विश्लेषण एवं इलाज भी किया जाता है। कार्यक्रम के अंत में विजेताओं को मेडल देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रणव राज बमराड़ा, शिवी शर्मा, ऋतुजा, अखिल, दिनेश, नीरज, अंकित, अल्का, कमल, आशीष, सुधीर, महावीर आदि सहित मौजूद रहे।
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