सिक्किम : उत्तरी इलाकों में दो दिन से मूसलधार बारिश के बाद भयंकर भूस्खलन ने कहर ढाया है। चाटेन क्षेत्र में सेना के जवानों पर पहाड़ टूटा—हवलदार लखविंदर सिंह, लांस नायक मुनीश ठाकुर और पोर्टर अभिषेक लखड़ा इस आपदा में शहीद हो गए। सेना ने बताया है कि अभी छह जवानों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। मौसम की बेरुखी के बीच राहत दल लगातार जूझ रहा है।
घटनास्थल चाटेन में बचाव अभियान अब भी जारी है। भारतीय सेना, आईटीबीपी, बीआरओ और स्थानीय प्रशासन मिलकर राहत कार्य में लगे हुए हैं। लगातार बारिश और ज़मीन की फिसलन के बावजूद जवानों का जज़्बा डगमगाया नहीं है।
अधिकारी और परिवार लापता
भूस्खलन की चपेट में एक और दिल तोड़ने वाली घटना सामने आई है। लेफ्टिनेंट कर्नल प्रीतपाल संधू, उनकी पत्नी आरती संधू, बेटी अमायरा, सूबेदार धर्मवीर, सिपाही सैनुदीन पी.के. और सिपाही सुनीलल भी लापता हैं। इस परिवार के लिए खोजबीन तेज़ कर दी गई है।
1,678 पर्यटक सुरक्षित निकाले गए
लाचेन और लाचुंग घाटियों में दो दिन तक फंसे रहे पर्यटकों को सोमवार सुबह सुरक्षित निकाला गया। कुल 1,678 पर्यटकों को, जिनमें 737 पुरुष, 561 महिलाएं और 380 बच्चे शामिल थे, 284 गाड़ियों और 16 बाइकों के काफिले के साथ गंगटोक के फिदांग रोड तक लाया गया। रेस्क्यू ऑपरेशन में सेना, आईटीबीपी, पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन ने एक बेहतरीन तालमेल दिखाया।
प्रशासन की कोशिशें जारी
मंगन के डीएम अनंत जैन ने बताया कि सभी पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। लापता लोगों की तलाश हरसंभव साधनों से की जा रही है। सेना, पुलिस, NDRF और स्थानीय टीमें चौबीसों घंटे जुटी हुई हैं।
More Stories
लापता चरवाहा सुनील मिला मृत
निष्पक्षता एवं पारदर्शिता के साथ संपन्न करायें चुनाव – डीएम स्वाति एस. भदौरिया
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिए सारकोट की तर्ज पर प्रत्येक जिले में दो-दो आदर्श गांव बनाने के निर्देश, चारधाम यात्रा मार्गों पर कानून-व्यवस्था का सख्ती से अनुपालन कराने की दी हिदायत